बॉलीवुड एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों को तो बहुत अच्छी तरह से जानते होंगे आप। अपनी खूबसूरती और बेजोड़ एक्टिंग से इन्होंने अपने समय में जो झंडे गाड़े हैं, ठीक वैसी ही उम्मींद अब लोग इनकी बेटी पलोमा से भी कर रहे हैं। वैसे बता दें कि एक समय की खूबसूरत एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों आज सिंगल होने के बावजूद सक्षम हैं अपनी बेटी का सक्सेसफुल कॅरियर बनाने के लिए। फिर वहीं इनकी बेटी भी ग्लैमर और ब्यूटी के मामले में इनसे कुछ कम नहीं है। अब आप सोच रहे होंगे कि अभी भी पूनम कैसे हैं सिंगल। इनके जन्मदिन पर आपको कराते हैं कानपुर में पैदा हुईं पूनम की जिंदगी से जुड़े इस गहरे राज और इनकी हॉट बेटी से रूबरू।
ये हैं पूनम की बेटी
सबसे पहले आपको मिलाते हैं पूनम की बेटी पलोमा ढिल्लो ठाकेरिया से। फिलहाल इन दिनों सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरों के साथ काफी एक्टिव हैं पलोमा। अब जिस अंदाज में इनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उनको देखकर तो कम से कम यही लगता है कि बॉलीवुड को अपना अगला स्टार किड मिलने वाला है।
गुज्जु सरदारनी
बता दें कि 21 साल की पलोमा को गुज्जु सरदारनी भी कहा जा सकता है। इसके पीछे कारण है कि इनकी मां पूनम ढिल्लो (54) सरदारनी हैं और इनके पिता अशोक ठाकेरिया गुजराती हैं। अब आप अगर इस गुज्जु सरदारनी की तस्वीरें देखकर इनकी तारीफ करने जा रहे हैं तो याद करिए कि इनकी मां भी अपने समय में कितनी खूबसूरत हुआ करती थीं।
यहां से शुरू हुआ पूनम का अनचाहा कॅरियर
अब जरा बात करते हैं पूनम ढिल्लो के बारे में। 16 साल की उम्र में पूनम ने मिस यंग इंडिया का ताज पहना। इसके बाद 1977 में वह पहुंच गईं फेमिना मिस इंडिया का ताज जीतने भी। इस दौरान पूनम पर नजर पड़ी बॉलीवुड निर्देशक यश चोपड़ा की। फिर क्या था, इन्होंने इस सरदारनी के लिए खोल दिए दरवाजे इंडस्ट्री के। यश चोपड़ा ने इनको सबसे पहले 1977 में फिल्म 'त्रिशूल' के लिए। वैसे उस समय पूनम स्टूडेंट ही थीं और चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही थीं। उस समय इन्होंने फिल्म 'त्रिशूल' को सिर्फ फन के तौर पर साइन किया था, लेकिन वह किस्मत की बहुत धनी थीं।
ये हैं पूनम की बेटी
सबसे पहले आपको मिलाते हैं पूनम की बेटी पलोमा ढिल्लो ठाकेरिया से। फिलहाल इन दिनों सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरों के साथ काफी एक्टिव हैं पलोमा। अब जिस अंदाज में इनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उनको देखकर तो कम से कम यही लगता है कि बॉलीवुड को अपना अगला स्टार किड मिलने वाला है।
गुज्जु सरदारनी
बता दें कि 21 साल की पलोमा को गुज्जु सरदारनी भी कहा जा सकता है। इसके पीछे कारण है कि इनकी मां पूनम ढिल्लो (54) सरदारनी हैं और इनके पिता अशोक ठाकेरिया गुजराती हैं। अब आप अगर इस गुज्जु सरदारनी की तस्वीरें देखकर इनकी तारीफ करने जा रहे हैं तो याद करिए कि इनकी मां भी अपने समय में कितनी खूबसूरत हुआ करती थीं।
यहां से शुरू हुआ पूनम का अनचाहा कॅरियर
अब जरा बात करते हैं पूनम ढिल्लो के बारे में। 16 साल की उम्र में पूनम ने मिस यंग इंडिया का ताज पहना। इसके बाद 1977 में वह पहुंच गईं फेमिना मिस इंडिया का ताज जीतने भी। इस दौरान पूनम पर नजर पड़ी बॉलीवुड निर्देशक यश चोपड़ा की। फिर क्या था, इन्होंने इस सरदारनी के लिए खोल दिए दरवाजे इंडस्ट्री के। यश चोपड़ा ने इनको सबसे पहले 1977 में फिल्म 'त्रिशूल' के लिए। वैसे उस समय पूनम स्टूडेंट ही थीं और चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही थीं। उस समय इन्होंने फिल्म 'त्रिशूल' को सिर्फ फन के तौर पर साइन किया था, लेकिन वह किस्मत की बहुत धनी थीं।
खुद ब खुद चल पड़ी गाड़ी
फिल्म में इनकी एक्टिंग और किरदार को दर्शकों ने बहुत सराहा। इसको देखते हुए यश चोपड़ा ने इनको अपनी अगली फिल्म 'नूरी' (1978) में लीड रोल के लिए साइन कर लिया। उस समय यश चोपड़ा रोजाना इनकी फ्लाइट का खर्चा भी उठाते थे। कारण था कि फिल्म की शूटिंग के दौरान पूनम के एग्जाम भी चल रहे थे। सुबह वह एग्जाम देतीं और शाम को फ्लाइट से शूटिंग के लिए पहुंच जातीं। अब यहां से चल पड़ी थी गाड़ी पूनम की फिल्म इंडस्ट्री में।
ये था महज अफेयर
फिल्म की शूटिंग के दौरान इनकी मुलाकात फिल्म के राइटर रमेश तलवार से हुई। दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। मीडिया में इनका अफेयर काफी लंबे समय तक चला, लेकिन एक समय आकर दोनों में ब्रेकअप हो गया। रमेश तलवार से ब्रेकअप के बाद कुछ दिनों के लिए पूनम राज सिप्पी के साथ भी अफेयर को लेकर चर्चा में रहीं।
फिल्म की शूटिंग के दौरान इनकी मुलाकात फिल्म के राइटर रमेश तलवार से हुई। दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। मीडिया में इनका अफेयर काफी लंबे समय तक चला, लेकिन एक समय आकर दोनों में ब्रेकअप हो गया। रमेश तलवार से ब्रेकअप के बाद कुछ दिनों के लिए पूनम राज सिप्पी के साथ भी अफेयर को लेकर चर्चा में रहीं।
यहां मिलीं अशोक ठाकेरिया से
इसके बाद प्रोड्यूसर-डायरेक्टर उमेश मेहरा और उनकी पत्नी की ओर से दी गई होली पार्टी में पूनम की मुलाकात अशोक ठाकेरिया से हुई। ये वो दौर था जब पूनम ने कुछ ही दिनों पहले अपने पिता को खोया था। वह बेहद उदास थीं। उदासी के इस माहौल में इन्हें कंधा दिया अशोक ने। फिर क्या था दोनों धीरे-धीरे करीब आने लगे और एक दिन दोनों ने शादी भी कर ली। कुछ दिनों तक तो दोनों की शादी ठीक-ठाक चली। उसके बाद अशोक पूनम को समय नहीं देने लगे। पूनम को इससे शिकायत होती।
इसके बाद प्रोड्यूसर-डायरेक्टर उमेश मेहरा और उनकी पत्नी की ओर से दी गई होली पार्टी में पूनम की मुलाकात अशोक ठाकेरिया से हुई। ये वो दौर था जब पूनम ने कुछ ही दिनों पहले अपने पिता को खोया था। वह बेहद उदास थीं। उदासी के इस माहौल में इन्हें कंधा दिया अशोक ने। फिर क्या था दोनों धीरे-धीरे करीब आने लगे और एक दिन दोनों ने शादी भी कर ली। कुछ दिनों तक तो दोनों की शादी ठीक-ठाक चली। उसके बाद अशोक पूनम को समय नहीं देने लगे। पूनम को इससे शिकायत होती।
ऐसे हो गए दोनों अलग
सिर्फ यही नहीं संडे का दिन भी अशोक के पास पूनम के लिए समय नहीं निकलता था। पूनम को शक हुआ कि उनका किसी और औरत के साथ चक्कर है। उनका ये शक भी सही साबित हुआ। हां, हालांकि इस दौरान पूनम और अशोक के दो बच्चे भी हुए। बेटा अनमोल और बेटी पलोमा। फिर 1997 में पूनम और अशोक ने तलाक ले लिया। उसके बाद पूनम फिर से अकेली हो गईं और अपने बच्चों के साथ रहने लगीं।
सिर्फ यही नहीं संडे का दिन भी अशोक के पास पूनम के लिए समय नहीं निकलता था। पूनम को शक हुआ कि उनका किसी और औरत के साथ चक्कर है। उनका ये शक भी सही साबित हुआ। हां, हालांकि इस दौरान पूनम और अशोक के दो बच्चे भी हुए। बेटा अनमोल और बेटी पलोमा। फिर 1997 में पूनम और अशोक ने तलाक ले लिया। उसके बाद पूनम फिर से अकेली हो गईं और अपने बच्चों के साथ रहने लगीं।
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